पश्चिम बंगाल, बैरकपुर में समाज में बढ़ती संवेदनहीनता को दर्शाने वाला एक गंभीर वाकया सामने आया है. एक अध्यापक अपने मकान में ताला लगाकर पत्नी के साथ असम पिकनिक पर निकल गया और उसने अपनी 70 साल की बुजुर्ग माँ को सड़क पर छोड़ दिया. बुजुर्ग मां को खाने के लाले पड़ गए, जिसके बाद मुहल्ले के कुछ लोगों ने उनका सहयोग किया.
70 साल की बुजुर्ग मां रशमानी भट्टाचार्य कई दिनों तक सड़क पर इधर-उधर भटकती रहीं, लेकिन जब वह भूख से बेहाल हो गईं तो रोने लगीं. तब पड़ोसियों का उन पर ध्यान गया. बताया जाता है कि यह कपल बुजुर्ग मां के साथ पहले भी दुर्व्यवहार करता रहा है.
गौरतलब है कि इसके पहले भी देश के कई हिस्सों में बुजुर्गों के साथ दुर्व्यवहार करने, उन्हें मारने-पीटने की कई खबरें सामने आई हैं. आजकल पढे लिखे समाज में इस तरहा की संवेदनहीनता के मामले आये दिन देखने और सुनने को मिलते है यह किसी भी समाज के लिए शर्मनाक बात है।