श्रीकांत निषाद/कानपुर!! उत्तरीपुरा के डॉक्टर सत्यदेव कुशवाहा (40) का गल्ला मंडी में एसडी नर्सिंग होम एंड सर्जिकल सेंटर के नाम से अस्पताल है। पुलिस के मुताबिक मुताबिक़ एसडी नर्सिंग होम के डायरेक्टर डॉ. सत्यदेव कुशवाहा मोहर्रम के दिन अस्पताल की छुट्टी होने की वजह से अपने अस्पताल के कर्मचारी गजेंद्र, राहुल, बृजेश, सोनू और देवेश के साथ मूवी देखने के लिए कार से निकले थे। इसी दौरान कर्मचारियों ने नैनीताल घूमने का प्रस्ताव रखा। इसके बाद डॉ. सत्यदेव कुशवाह कर्मचारियों के साथ नैनीताल घूमने के लिए निकल पड़े। कानपुर से रात भर चलने के बाद बुधवार को सुबह छह बजे उनकी कार फरीदपुर के भूरे खां गोटिया के सामने बाईपास पर पहुंची। अनियंत्रित होकर कार बाईपास पर खड़े ट्रक में घुस गई। कार के आगे का हिस्सा पूरी तरह से उड़ गया। हादसे को देखकर बस्ती के सैकड़ों लोग मौके पर पहुंच गए। उन्होंने कार में फंसे लोगों को निकालने की कोशिश की। लेकिन वह नहीं वे नहीं निकाले जा सके। लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने ट्रक में घुसी कार को निकालकर फंसे लोगों को बाहर निकाला। इस दौरान कार की आगे की सीट पर बैठे एसडी नर्सिंग होम के डायरेक्टर डॉ. सतीश कुशवाह की मौके पर मौत हो गई। जबकि उनके कर्मचारी गजेंद्र, राहुल, बृजेश, सोनू और देवेश गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने कार सवार पांचों घायलों को बरेली के निजी अस्पताल भेजा। बृजेश और देवेश की हालत चिंताजनक बताई जा रही है। देवेश के डॉक्टर सत्यदेव मामा थे। वह उनके नर्सिंग होम में काम करता है। पुलिस ने नर्सिंग होम के डायरेक्टर डॉक्टर सत्यदेव कुशवाह का शव पोस्टमार्टम को भेजा है।