अजीत सिंह त्यागी/धामपुर!! वाल्मीकि समाज के लोगों ने किसी शरारती तत्व द्वारा मंदिर का दरवाजा तोड़ने का आरोप लगाते हुए असामाजिक तत्वों के टांडा वाल्मीकि में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। कई दशक पहले पूर्व प्रधान मोहम्मद याकूब ने दलित वर्ग के लोगों की पूजा अर्चना के लिए टांडा वाल्मीकि में मंदिर बनवाया था। सोमवार को मंदिर के दरवाजे का नीचे का कब्जा टूटा मिलने पर यह माना गया कि किसी शरारती तत्व ने मंदिर का दरवाजा तोड़ा है। इस पर आक्रोशित टांडा के लोगों ने प्रदर्शन कर असामाजिक तत्वों के टांडा में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। प्रदर्शन करने वालों में तराचंद, आशीष कुमार, संजीव कुमार, विकास कुमार, फकीरचंद, सौरभ कुमार, विवेक कुमार, पवन कुमार, सुनीता देवी, सुमन देवी शामिल थे। प्रदर्शन के बाद प्रदर्शनकारी पुलिस चौकी पहुंचे और अपनी समस्याओं को बताते हुए कहा कि दूसरे वर्ग के कुछ युवक शाम व रात में टांडा में आते हैं। स्थानीय युवाओं के साथ बैठकर शराब पीते हैं और जुआ खेलते हैं।