अंजनी राय/उमरिया!! उमरिया जिले के बाँधवंगढ़ टाइगर रिजर्व में देश मे नागरिकता संशोधन कानून लागू होने के बाद हुई हिंसा आगजनी एवं उपद्रव का सीधा असर पर्यटन के नुकसान के रूप में देखने को मिला है बीते वर्ष 2018-19 में जहां नवंबर दिसम्बर एवं जनवरी माह में विदेशी पर्यटकों की संख्या क्रमशः 4599,3218,2225 थी वहीं 1920 के इसी महीनों को पर्यटकों की तादात नवम्बर में घटकर 3343,एवं दिसम्बर 2261 हो गई है वहीं जनवरी माह के 20 तारीख तक महज 200 विदेशी पर्यटक ही बन्धवगढ़ पंहुच सके हैं।जबकि विदेशी सैलानियों के पर्यटन के लिए नवंबर दिसम्बर एवं जनवरी के महीना खास माना जाता है और इस दौरान विदेशी पर्यटकों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा था जानकर विदेशी पर्यटकों की घटी संख्या के पीछे सीधे तौर पर केंद्र सरकार की नीतियों को जिम्मेदार मानते हैं,हालांकि पर्यटन उद्योग से जुड़े होटल संचालकों को आने वाले समय मे बेहतर पर्यटन की उम्मीद है। विदेशी पर्यटकों की संख्या ने बाँधवंगढ़ टाइगर रिजर्व में महज पर्यटन एवं राजस्व को ही नही बल्कि स्थानीय रोजगार को भी प्रभावित किया स्थानीय लोगों की माने तो बाँधवंगढ़ के आसपास के गांव के लोग टाइगर रिज़र्व में जिप्सी चालक गाइड एवं परिवहन होटल के रोजगार से जुड़े हुए हैं ऐसे में विदेशी पर्यटकों की संख्या कम होना स्थानीय रोजगार को भी प्रभावित करती है हालांकि पार्क प्रबाँधन इसके लिए नए साल की शुरुआत में खराब मौसम बर्फवारी का होना भी कारण मानते हैं लेकिन देश मे नागरिकता संशोधन कानून लागू होने के बाद देश भर में भड़की हिंसा को देखते हुए अमेरिका एवं यूरोप के देशों द्वारा अपने नागरिकों को भारत भ्रमण के लिए एडवाइजरी जारी करनी पड़ी थी जो विदेशी पर्यटकों की संख्या में कमी होने की मुख्य वजह है। नागरिकता संशोधन कानून से पूरा पर्यटन उद्योग प्रभावित हुआ है बाँधवंगढ़ टाइगर रिज़र्व के अलावा खजुराहो,पन्ना,कान्हा एवं सतपुड़ा में भी कानून लागू होने के बाद विदेशी पर्यटकों की आवक कम हुई है लेकिन केंद्र सरकार द्वारा विदेशी पर्यटकों की लगातार घटती संख्या को लेकर न तो कोई चिंता जाहिर की गई और न ही कोई उपाय किये गए।