गुड्डू खां/मिर्जापुर!! DM सुशील कुमार पटेल ने कहा कि सड़क दुर्घटना में घायल को अस्पताल तक पहुंचाना बहुत ही पुनीत कार्य है ऐसे व्यक्ति को अस्पताल पर मौजूद प्रथम/द्वितीय श्रेणी के मेडिकल आफिसर द्वारा ‘सवेदनशील नागरिक’ का प्रमाण पत्र दिया जाएगा। पटेल ने मंगलवार को परिवहन विभाग द्वारा कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित एक बैठक में कहा कि स्कूल संचालक अपनी अपनी संस्था के वाहनों एवं ड्राइवरों का विवरण यथाशीघ्र उपलब्ध कराएं। बैठक में उन स्कूलों पर DM पटेल ने अंकुश लगाया जो यह कहते हैं कि बच्चों को लाने और ले जाने के लिए उनके स्कूल/कालेज द्वारा कोई वाहन नहीं किया गया है। DM पटेल ने कहा कि ऐसे स्कूल अपने बचाव का रास्ता अपनाते हैं । यदि बच्चे प्राइवेट वाहन से भी प्रतिदिन स्कूल आते हैं तो उनका विवरण रखना स्कूल की जिम्मेदारी है। हादसा होने पर स्कूल संचालक भी नपेंगे। सड़क पर छुट्टा पशुओं की धड़पकड़ का DM पटेल ने जब आदेश दिया तो उन्हें सुझाव दिया गया कि छुट्टा पशुओं में सर्फ गाय और बैल ही प्रायः पकड़े जाते हैं। सूअरों को छोड़ दिया जाता है। इस पर उन्होंने सभी जानवरों को पकड़ने का आदेश दिया। पटेल ने मानक के विपरीत बने स्पीड ब्रेकरों को हटाने का निर्देश दिया लेकिन इस पर सड़क के आरपार रेडियम लाइट लगाने का पीडब्ल्यूडी को निर्देश दिया। इसके अलावा ब्लैक सपाट निश्चित कर मानक के अनुरूप पीली पट्टी का ब्रेकर बनवाने के लिए कहा। इसी के साथ बिना हेलमेट पेट्रोल/डीजल न देने का आदेश दिया। प्रारम्भ में RTO, प्रवर्तन ओपी सिंह ने 12 विन्दुओं पर डीएम को अवगत कराया तथा कृत कार्रवाई से संबंधित जानकारियां दी। बीच बीच में CDO प्रियंका निरंजन एवं SP(सिटी) प्रकाश स्वरूप पांडेय ने विभिन्न विदुओं पर अपनी राय दी। इस अवसर पर डैफोडिल्स स्कूल के डायरेक्टर अमरदीप सिंह एवं सेम्फोर्ड स्कूल के डायरेक्टर विवेक वर्णवाल ने स्कूलों की समस्या के साथ अन्य सुझाव दिए। सुझाव देने वालों में सलिल पांडेय भी थे। मोटर वाहन एसोसिएशन की ओर से झग्गा दुबे ने ट्रक-चालकों की समस्या से अवगत कराया। बैठक साकेत पांडेय ने ‘जीवन बेशकीमती है, इसे बचा के चलें, सम्हाल कर चलें’ तथा घर हंसते हुए पहुँचें शव बन कर नहीं’ आदि स्लोगन लिखे जाने का सुझाव दिया। बैठक में ARTO रविकांत शुक्ल, विभाग के प्रमोद कुमार, अनुज कुमार श्रीवास्तव के अलावा जिला स्तरीय अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।