दिल्ली के अंदर न तो पशु चिकित्सालयों/ डिस्पेंसरियों की संख्या पर्याप्त हैं और न ही वहाँ दवाएँ पर्याप्त हैं। इस समस्या से पूरी दिल्ली प्रभावित है। दिल्ली में जो भी चिकित्सालय व डिस्पेंसरियाँ हैं वहाँ पर चिकित्सक, कंपाउंडर और चौकीदार की कमी भी दिखती है। इस समय सरकार दिल्ली में नए-नए अस्पताल, डिस्पेंसरियाँ व मौहल्ला किलिनिक खोल रही है पर आज भी पशु चिकित्सालयों की हालत कितनी खराब है। इसका अंदाजा दिल्ली के शकरपुर खास के पशु चिकित्सालय की हालत को देखकर लगाया जा सकता है। सरकारो को इस ओर ध्यान देना चाहिए जिससे पशुओं को सुरक्षित व स्वास्थ रखा जा सके।
रिपोर्टर-दिनेश कुमार सिंह