कहने में बहुत ही सुन्दर वाक्यांश हैं कि दुनिया में दोस्ती का रिश्ता भाई से भी बड़कर रिश्ता होता है लेकिन आज दुनियां में दोस्ती केवल अपने स्वार्थ मात्र की रह गई हैं। हर कोई इंसान अपने स्वार्थ के लिए दोस्ती करता है और उसकी आड़ में सामने वाले को कमजोर और बदनाम करने की नियत रखता है। इसी का जीता जागता उदाहरण राजस्थान की गुलामी नगरी जयपुर में देखने को मिला। दिल्ली क्राइम प्रेस रिपोर्टर हरमुकेश शर्मा हमेशा निःस्वार्थ भाव से समाज सेवा करते है और कभी भी अपने पराये में फर्क नहीं करते और हर किसी का सहयोग करना और उसके हर दुःख दर्द को दूर करने के लिए सहयोग करने की भावना रखता है।लेकिन सामने वाला हमेशा उसके इस निःस्वार्थ भाव से किये गये सहयोग को उसकी कमजोरी समझकर उसका नाजायज फायदा उठाने की कोशिश करता है। इसी प्रकार मुकेश कुमार सोनी आगरा रोड़ जयपुर में एम डी ज्वेलर्स के नाम से दुकान करता था और उसकी दोस्ती हरमुकेश शर्मा से काफी समय से थी। जिसके चलते दोनों आपस में एक दूसरे के साथ अपने सभी दुःख दर्द और परिवार की बाते शेयर करते थे और हमेशा एक दूसरे का साथ देने की कोशिश करते थे। लेकिन शायद नियत को कुछ ओर ही मंजूर था कि मुकेश कुमार सोनी ने हरमुकेश शर्मा को बताया कि अभी उसका व्यवसाय बहुत ही शानदार चल रहा है और आगे से आगे एक से बड़कर एक बुकिंग आर्डर आ रहे हैं। लेकिन अभी मैरे पास रुपयों की व्यवस्था नहीं होने के कारण मैं सभी आर्डर पूर्ण करने में सक्षम नहीं हो पा रहा हूँ। कृपया आप मुझे कुछ रुपयों की व्यवस्था करा दो जिससे मैं मैरे व्यवसाय में लगा कर सारे आर्डर तैयार कर रुपये लोटा दूँगा। इस प्रकार हरमुकेश शर्मा ने मुकेश कुमार सोनी को अपने रिस्तेदार सत्यनारायण शर्मा से एक लाख रुपये और अपने परिचित नन्द लाल कुमावत से दो लाख रुपये उधार दिला दिये। लेकिन जैसे ही मुकेश कुमार सोनी ने ये रुपये लिये वैसे ही उसकी नियत में खोट आ गया और उसने रुपये लौटाने से साफ मना कर दिया कि मैरे पास कोई रूपयों की व्यवस्था नहीं है। मुझे व्यवसाय में नुकसान हो गया है और मैं मेरा व्यसाय बंद कर रहा हूँ। जिसके चलते उसने दोस्ती के नाम पर हरमुकेश शर्मा के रिस्तेदार और परिचित से तीन लाख रुपये लेकर अपना व्यवसाय बन्द कर अपने गांव चला गया। जिससे कि हरमुकेश शर्मा शारिरिक, मानसिक और हार्थिक तनाव का शिकार हो गया है मुकेश कुमार सोनी के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवा कर मुकेश कुमार सोनी से अपने रिस्तेदार और परिचित को रूपये दिलाने की अपिल की। लेकिन मुकेश कुमार सोनी की ऊँची पहुँच होने के कारण पुलिस उस पर किसी भी प्रकार की कार्यवाही करने और रुपये दिलाने से बचने की कोशिश कर रही हैं।
