वाहिद अली/शाहजहाँपुर!! चिन्मयानन्द पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली लॉ छात्रा को एसआईटी ने 5 करोड रू० चिन्मयानन्द से रंगदारी माँगने के आरोप में बुधवार को जेल भेज दिया था । छात्रा के जेल जाने की खबर लगने से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की नेता और सामाजिक कार्यकर्ता वृंदा करात, सुभाषनी अली व अपनी कई साथी महिला नेताओं के साथ गुरुवार को शाहजहांपुर पहुंचीं। बृन्दा करात ने प्रशासन की अनुमति लेकर पीड़िता छात्रा से जिला जेल जाकर लगभग डेढ घणटे तक मुलाकात की। इस प्रकरण में अब राजनीति प्रारम्भ हो गई है। विपक्षी अपना मुंह खोलने लगे है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश ने पीड़िता पर करवाई को आधार मान कर पीएम के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को ही कठघरे में खड़ा कर दिया। वृंदा करात यहां 5 करोड़ की रंगदारी मांगने के आरोप में जेल में बंद पीडि़ता से मिलने पहुंचीं थीं। इस दौरान उन्होंने एसआईटी की कार्यप्रणाली व कार्यवाही पर सवाल खड़े किए। पीडि़ता पर स्वामी चिन्मयानंद से पांच करोड़ की रंगदारी मांगने का आरोप है। पीडि़ता से मिलने के लिए माकपा से पूर्व सांसद और सामाजिक कार्यकर्ता वृंदा करात जिला कारागार पहुंची। जहां उन्होंने पीड़िता से मुलाकात की। वे लगभग डेढ़ घंटे तक जेल के अंदर रही। बृंदा करात का कहना है कि इस पूरे मामले मैं हुई कार्रवाई से संबंधित दस्तावेजों की वे जांच करेंगी। इस दौरान उन्होंने एसआईटी की कार्यप्रणाली को भी सवालों के घेरे में खड़ा किया। उनकी पूरी टीम ने एसआइटी के मुखिया को स्वामी चिन्मयानंद के प्रकरण में अपने आशय से संबंधित एक पत्र भी सौंपा है। इस पत्र में स्पष्ट किया गया है कि उनकी पार्टी कार्रवाई से संतुष्ट नही है । तथा चिन्मयानन्द पर जिन धाराओं मे कार्यवाही की गयी है उस कार्यवाही से एसआईटी को संदेह के घेरे में सवालिया निशान बताया। बृन्दा करात ने जेल में बन्द एसएस लॉ कालेज की लॉ छात्रा पीडिता से मुलाकात कर एसआईटी की जाँच पर संदेह जताते हुये उठाये सवाल ।तथा सुभाषिनी अली ने कहा छात्रा के साथ न्याय नही हुआ है।