शिवा कांत गोस्वामी/करनैलगंज!! गोण्डा रायबरेली जिले की ग्राम सुल्तानपुर खेड़ा सदर तहसील कि रहने वाली रमेश चंद गुप्ता की बेटी कोमल ने वर्ष 2014 में रोवर एंड रेंजरिंग में राष्ट्रपति के द्वारा समाज सेवा के लिए अवार्ड प्राप्त किया व अपने माता-पिता का नाम रोशन किया। पुलिस सेवा में आरक्षी के पद पर कार्यरत कोमल की नियुक्ति गोंडा जिले में 2017 में हुई वे बताती हैं गांव में रहने के कारण बेटियों के प्रति समाज की सोच से आगे बढ़कर उनके माता-पिता ने उन्हें शिक्षा के लिए प्रेरित किया व बचपन से ही उनके दिमाग में आत्मनिर्भर होने की प्रेरणा देते रहें। उनके पिता पेशे से कृषक एवं माता ग्रहणी है। वे तीन बहने हैं जिसमें सबसे बड़ी वही है अपने जीवन में शिक्षा के महत्व वह अपनी माता श्रीमती गीता देवी को विशेष श्रेय देते हुए कहती हैं जब भी उन्होंने घर के कामों में मां का हाथ बढ़ाना चाहे तुम माने उनके हाथ में किताब थमा दी और बोली कि मेरा हाथ मत बटाओ हाथ लगाना है तो किताब और कलम और कॉपी को लगाओ जिससे जीवन में आत्मनिर्भर बन सकें कोमल की प्रारंभिक शिक्षा अमर शहीद वीरांगना अवंतीबाई बालिका इंटर कॉलेज हिमाचल गंज सुल्तानपुर खेड़ा से हुई वर्ष 2008 में उन्होंने हाईस्कूल व वर्ष 2010 में उसी विद्यालय से इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण की उसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए उन्होंने जनपद के लालगंज कस्बे में स्थित बैसवारा डिग्री कॉलेज से ग्रेजुएशन वह फिरोज गांधी कॉलेज रायबरेली से अंग्रेजी साहित्य में पोस्ट ग्रेजुएशन की शिक्षा पूरी की। आल राउण्ड वह प्रथम श्रेणी मे उत्तरीण हुई। वर्तमान में कर्नल गंज कोतवाली में तैनात है एक दिन वह कॉलेज जा रही थी तभी रास्ते में एक वाहन दुर्घटना हो गई जिसमें वाहन में महिलाएं और बच्चे अधिक संख्या में थे इस पर वहां पर बहुत सारे लोग मौजूद थे पर मदद के लिए कोई आगे नहीं आ रहा था वाहन दुर्घटना होने के कारण सभी डरे हुए थे और यह बात उनके मन को छू गई और तभी उन्होंने देखा कि कुछ पुलिसकर्मी आए और बिना देरी किए घायलों की मदद करते हुए उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया स्थिति को देखकर उनके दिमाग में आया की देश सेवा के लिए इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता इससे वे असहाय व्यक्तियों की सहायता कर सकती हैं वाह महिलाओं को सम्मान दिला सकती है। कोमल का कहना है कि तमाम अभावों में रहकर भी यदि व्यक्ति अपना हौसला बनाये रखे तो हर मुश्किल उसके लिये आसान हो जाती है।