भीषण गर्मी में नदी, नहर और डैम लोगों के लिए पिकनिक स्पॉट बन गए हैं। ऐसे में अभिभावकों को अपने बच्चों के प्रति ध्यान देने की जरूरत है। बच्चे दोस्तों के घर जाने की बात कहकर मौज-मस्ती करने इन जगहों पर पहुंच रहे हैं।
पिछली गर्मी की बात करें, तो कई लोगों की नदी में डूबने से मौत हुई थी। इसलिए बच्चों को समझाएं कि वह घरवालों से झूठ बोलकर न निकले, ताकि उनके परिवार को कोई खामियाजा न भुगतना पड़े। अधिकारियों ने भी अभिभावकों से अपील की है। उनका कहना है कि बच्चों पर नजर बनाए रखें। अगर बच्चा दोस्तों संग जा रहा है, तो उसको समझाकर भेंजे। उसे सही व गलत के बारे में बताएं।
पिछले साल गर्मी के दिनों में सिंधौली के सैंजना गांव स्थित माइनर में घटना हो गई थी। माइनर में नहाने के दौरान तीन दोस्त डूब गए थे, जिसमें तीनों की मौत हो गई थी। तीनों शहर के ही रहने वाले थे। तीनों पढ़ाई करते थे। घर वालों को बिना बताए गए थे।
तालाब में डूबकर किशोर की मौत चार मई को सिंधौली के मूड़ा फतेहपुर के रामू बच्चों के साथ खेलते-खेलते तालाब पर पहुंच गया। इसी दौरान वह तालाब में डूब गया, जिसकारण उसकी मौत हो गई। जानकारी होने पर परिवार में कोहराम मच गया।
नेपाल व उत्तराखंड के कई लोग चिनौर गांव में किराए पर रहते हैं। प्राइवेट काम करते हैं। पांच दिन पूर्व नेपाली युवक सिंधौली के नियामतपुर गांव स्थित खन्नौत नदी पर नहाने गया था। गहराईमें जाने से उसकी डूबकर मौत हो गई थी।
11 मई को जलालाबाद के गांव पिटरामऊ निवासी धनदेवी का पोता अनुज बिना बताए दोस्तों संग बहगुल नदी पर नहाने चला गया। नहाने के दौरान उसने दोस्तों संग सेल्फी लेनी चाही। इसी दौरान उसका पैर फिसला और वह डूब गया। ग्रामीणों ने उसे नदी से निकाला गया, लेकिन तब तक सांसें थम चुकी थीं।
12 मई को अल्हागंज की ग्राम पंचायत रामपुर के मजरा गढ़िया में घटना हो गई थी। गांव के सुरेश का 11 वर्षीय बेटा रचित दोस्तों के साथ रामगंगा नदी में नहाने गया था। वह नाव की रस्सी पकड़कर नहा रहा था। इसी दौरान नाव की रस्सी टूटने से वह डूब गया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी।
संवाददाता-शिवम शर्मा की रिपोर्ट