जावेद अख्तर/कुशीनगर!! प्रधानमंत्री मोदी 2014 के लोकसभा चुनाव के समय कह कर गए थे कि पड़रौना की बन्द चीनी मील को चलवाएगे। क्या चीनी मील चला? गरीबों के खाते में 15 लाख भेजवाएँगे। क्या किसी के खाते में आया? किसानों की आय दोगुनी कर देंगे। किस किसान की आय दुगुनी हुई है? किसान सम्मान निधि योजना से अभी तक पूरे जनपद में लगभग 40% किसान बंचित है? 2019 के लोकसभा चुनाव के समय मोदी और योगी जी कप्तानगंज में आये थे और दोनों ने कहा था कि यदि बीजेपी सरकार केंद्र में दुबारा बनती है तो जनपद की बन्द चीनी मिलों को चलवाएंगे। मगर अभी तक जनपद कुशीनगर की एक भी बन्द चीनी मिल को चलवाने के लिए योगी जी द्वारा घोषणा नही किया जबकि लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल को चलवाने के लिए भाकियू(भानु) के जिलाध्यक्ष रामचन्द्र सिंह द्वारा 3 महीने से उपर लगातार धरना प्रदर्शन किया गया था। योगी जी द्वारा पिपराईच में नया चीनी मिल लगवाया गया जो अन्य क्षेत्रों के गन्ने के सहारे से संचालित हो रही है। पिपराईच क्षेत्र में लगभग 5 लाख कुन्तल ही गन्ने का पैदावार होता है और योगी जी लक्ष्मीगंज चीनी मिल को नही चलवाये जिसके क्षेत्र के सहारे से इस समय तीन तीन चीनी मिलें संचालित होती है। यदि गन्ने के क्षेत्रफल और गन्ना पैदावार से चीनी मिले लगवायी जाती है तो योगी जी को पिपराईच चीनी मिल को चलवाने से पहले लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल को चलवाना चाहिए था? किसानों के हित में बात करने वाली बीजेपी सरकार कभी किसानों के साथ खड़ी नजर नही आयी है यदि ऐसा होता तो पिछले दो सालों से गन्ने का भाव योगी सरकार द्वारा नही बढ़ाया गया जबकि इन दो सालों में खाद, बीज, कीटनाशक दवाईयों, मजदूरी के साथ साथ गन्ना की छिलाई और लदाई के दाम बेतहासा बढ़े है।