हाल ही में राज्य सरकार द्वारा किसानों का ऋण माफ़ी का वादा किया गया था जिसको सरकार द्वारा पूरा भी किया जा रहा है लेकिन राजस्थान में एक ऐसा बैंक जिसका 100 प्रतिशत लोनिग करने के बावझुद 50 प्रतिशत किसानों को नही मिली फूटी कौड़ी भी पुराने समय की एक कहानी इन गरीब किसानों पर चरितार्थ होती नजर आ रही है – अंधेर नगरी चोपट राजा
जी हां हम बात कर रहे हे केबिनेट मंत्री सालेह मोहम्द फकीर के विधानसभा क्षेत्र पोकरण की जंहा कॉपरेटिव बैंक द्वारा मैनेजर व् व्यस्थापको ने मिलकर इस घोटाले को अंजाम तक पहुचाया हे मैनेजर की राजनितिक पकड़ होने के कारण कारवाही होना तो सम्भवः नही है लेकिन आये दिन हो रही किसानों की आत्महत्या से अब मंत्री जी का क्षेत्र भी अछूता नही रहने वाला है।
बैंक के मैनेजर व् समन्धित व्यवस्थापकों ने 42 ग्राम पंचायतो में मिलकर करोड़ो रूपये फर्जी तरीके से हड़प लिए गए है अब गत सरकार द्वारा लोन माफ़ी की गई उनके प्रमाण पत्र ऑनलाइन होने से डर रहे थे तब तक भगवान् ने इनकी सुनली और सूबे में शता कांग्रेस के पास आ गई और मेनेंजर साहब व् संपूर्ण व्यस्थापको ने एक बार राहत की साँस ली और पूरा कार्य कागदो में दफन करदिया गया। कांग्रेस सरकार क केबिनेटे मंत्री सालेह मोहम्द फकीर एंव सूबे के मुख्यमंत्री महोदय अशोक गहलोत साहब इन पर कोई कार्यवाही करेंगे क्या इनके पिछले 10 वर्षों के रिकॉर्ड की जाँच सीबीआई से करवाने की अनुसंसा करेंगे।
जाँच योग्य विषय -:
1. बैंक द्वारा पिछले 10 वर्षों में कितना ऋण किसानो में बांटा गया ?
2. बैंक मैनेजर का एक ही जगह पर इतने वर्षों तक रहना बड़े घोटाले से इंकार किया जाना असम्भव हे ?
3. बैंक द्वारा जिन किसानों को लोन दिया गया उनके जमीन का क्या विवरण हे उसकी जानकारी पर संदेह ?
4. जिन किसानों को MCL एंव अन्य लोन भुगतान किया गया उनके डॉक्यूमेंट पर पटवारी द्वारा तस्दीक की गई थी नही
5. वर्ष 2008 से वर्ष 2018 तक कितने कृषको द्वारा भुगतान लिया गया उनके साइन अंगूठा व् उनके आइडप्रूफ लिए गए वो सही है या नही
6. अगर जाँच होती है तो पोकरण कॉपरेटिव बैंक में बांसवाड़ा से भी ज्यादा घोटाला उजागर होंगे।
7. बैंक में पिछले 10 वर्षों के लेखा पुस्तिका माय ऑडिट रिपोर्ट की जाँच
8. ऐसे कई किसान हे जिनको आज दिनाक तक पता नही है कि मेरे नाम पर भी कर्जा उठाया गया है वो गरीब किसान अब उनके पास फांसी के अलावा कोई चारा नही है ये मेनेंजर साहब की करामात का खेल है
9. जाँच होने तक समन्धित मैनेजर को निलंबित नही किया जाता है तो राजनितिक व् प्रसासनिक पावर के चलते कुछ नही होने दिया जायेग
10. जाँच राज्य के बाहरी एजेंसी से कारवाही जाये
माननीय मंत्री महोदय से में निवेदन करूँगा की अगर जाँच नही हुई और लोकसभा चुनावों से पहले वो सभी लिस्ट किसानों के पास पहुच गई तो कांग्रेस का राजस्थान में तो होगा पोकरण जैसलमेर दोनों सीटे हाथ से निकल जायेगी महोदय को में आग्रह करता हु की करोड़ो रूपये के घोटाले को उजागर कर जिले के गरीब किसानों न्याय दिलाने में अहम भूमिका निभावे।
-हैदर अली(BVC-699377)