सौरभ त्यागी/बिजनौर!! 20 दिसंबर को जुम्मे की नमाज के बाद जनपद के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हिंसक प्रदर्शन के दौरान जहां सरकारी और प्राइवेट संपत्तियों को उपद्रवियों द्वारा नुकसान पहुंचाया गया था तो वहीं इस हिंसक प्रदर्शन में जनपद के नहटौर थाना क्षेत्र में दो व्यक्ति अनस और सुलेमान की गोली लगने से मौत हो गई थी। साथ ही इस हिंसक प्रदर्शन में कुछ लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। पुलिस के भी 13 पुलिसकर्मी इस हिंसक प्रदर्शन में घायल हुए थे। इस हिंसक प्रदर्शन में मृतक के घर आज भीम आर्मी के संस्थापक चंद्र शेखर आजाद नहटौर पहुंचे और मृतक के परिजनों के साथ साथ घायलों के परिजनों से मिले। वीओ-सीएए और एनआरसी को लेकर भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद ने यूपी सरकार और केंद्र के प्रधानमंत्री पर बड़ा बयान दिया। चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि वह हाईकोर्ट गए थे। हाईकोर्ट से मृतक के घर वालों द्वारा एफ आई आर दर्ज कराने पर पुलिस द्वारा एफआईआर. ना दर्ज करने पर हाईकोर्ट ने आदेश दिया है कि एफआईआर पुलिस द्वारा दर्ज की जाए। साथ ही इस हिंसक प्रदर्शन के दौरान जो 2 लोगों की मौत हुई थी। जिसमें गोलीबारी हुई थी उसमें मजिस्ट्रेट या आईपीएस या डीएम की मौजूदगी में गोली चली है। उन अधिकारियों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज होगा।जिसकी मैं जल्द प्रेस कॉन्फ्रेंस करके जानकारी दूंगा। साथ ही चंद्रशेखर ने कहा कि यूपी की गवर्नमेंट तानाशाही कर रही है। बोली और गोली से जनता को समझाने की कोशिश कर रही है। नागरिकता संशोधन बिल सविधान को ताक पर रखकर बनाया गया है। इसलिए इसे जनता मान नहीं रही है। साथ ही प्रधानमंत्री से जो गलती हुई है उसे प्रधानमंत्री स्वीकार करें और इस बिल को वापस लें। भीम आर्मी इस बिल का लगातार विरोध कर रही है और आगे भी करती रहेगी।