शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद ने अपनी ख्याति के अनुरूप प्रदर्शन करते हुए प्लेऑफ में एक दिन पहले तक शीर्ष पर चल रहे हिकारू नाकामुरा को हराकर पहला टाटा स्टील शतरंज भारत ब्लिट्ज टूर्नामेंट जीता.
पहले चरण के बाद चौथे स्थान पर थे, लेकिन अंतिम दिन इस 48 साल के भारतीय ने छह बाजियां जीतीं तथा तीन ड्रॉ खेली और वह विश्व में तीसरे नंबर के अमेरिकी नाकामुरा की बराबरी पर पहुंच गए.
इसके बाद विजेता तय करने के लिए दो दौर का प्लेऑफ खेला गया, जो ब्लिट्ज से भी तेज होता है. आनंद ने सफेद मोहरों से जीत दर्ज की और फिर काले मोहरों से ड्रॉ खेलकर 1.5-0.5 से जीत हासिल हासिल की.
कोलकाता में 1992 के बाद पहली बार खेल रहे आनंद ने कहा, ‘मैं दर्शकों को यह दिखाना चाहता था कि मैं इतने समय में दुनिया के अन्य स्थानों पर क्या करता रहा और मैं यहां भी वैसा करने में सफल रहा इससे अच्छा लग रहा है.’
नाकामुरा ने जीत के बाद कहा, ‘मैं पक्के तौर पर कह सकता हूं कि मैं विशी की उम्र में शतरंज नहीं खेलूंगा. इसलिए यह बेजोड़ है और विशेषकर अगर आप उनकी तुलना गैरी कास्पारोव से करते हैं.’